ब्यूरो, दैनिक हिमाचल न्यूज — डॉ. बी.आर. अम्बेडकर महासभा अर्की की एक अहम बैठक स्थानीय स्तर पर आयोजित की गई, जिसकी अध्यक्षता महासभा अध्यक्ष उमा लाल ने की। बैठक में क्षेत्र के गरीब व जरूरतमंद विद्यार्थियों की शिक्षा को समर्थन देने के उद्देश्य से महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया।

महासभा ने तय किया कि 10वीं के बाद आगे पढ़ाई करने की इच्छा रखने वाले उन विद्यार्थियों को, जो आर्थिक तंगी के कारण किताबें और स्कूल फीस वहन नहीं कर सकते, सभा की ओर से आवश्यक सहायता प्रदान की जाएगी।
बैठक के बाद महासभा के एक प्रतिनिधिमंडल ने हाल ही में अर्की में कार्यभार संभालने वाले एसडीएम निशांत तोमर से औपचारिक भेंट की। इस अवसर पर उन्हें बाबा साहब डॉ. भीमराव अम्बेडकर की तस्वीर भेंट कर शुभकामनाएं दी गईं। साथ ही, महासभा पदाधिकारियों ने राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन एसडीएम के माध्यम से सौंपा, जिसमें सामाजिक न्याय से जुड़ी कई महत्वपूर्ण मांगें उठाई गईं।

ज्ञापन में मांग की गई कि हिमाचल प्रदेश में अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति उप-योजनाओं के लिए विशेष अधिनियम बनाया जाए, ताकि संविधान के अनुरूप इन वर्गों के विकास हेतु आवंटित शत-प्रतिशत बजट का सही उपयोग सुनिश्चित हो सके। इसके अलावा, सभी सरकारी एवं अर्ध-सरकारी भर्तियों में आरक्षण रोस्टर को प्रभावी रूप से लागू करने की भी मांग की गई।
महासभा ने अंतरजातीय विवाह प्रोत्साहन राशि को 50,000 से बढ़ाकर 2 लाख करने के निर्णय के लिए सरकार का धन्यवाद करते हुए आग्रह किया कि इस बारे में जल्द से जल्द अधिसूचना जारी की जाए।

ज्ञापन में यह चिंता भी व्यक्त की गई कि कुछ क्षेत्रीय संगठनों के स्वयंभू पदाधिकारी अनुसूचित जाति समुदाय को टारगेट कर समाज में भड़काऊ और अभद्र टिप्पणियां कर रहे हैं, जिससे विभिन्न वर्गों के बीच टकराव का माहौल बन रहा है। ऐसे तत्वों के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की मांग करते हुए प्राथमिकी दर्ज करने और उन्हें हिरासत में लेने का आग्रह किया गया, ताकि सामाजिक सौहार्द बना रहे।
इस अवसर पर महासभा के पदाधिकारी—नंद लाल, सीडी बंसल, एडवोकेट पार्वती, सुंदर दास, प्रीतम दास, एसएस कश्यप, सूबेदार मेजर मंजीत और राजेंद्र भी उपस्थित रहे।



