ब्यूरो, दैनिक हिमाचल न्यूज- अर्की उपमंडल की ग्राम पंचायत कोटली के अंतर्गत अर्जुन खेल मैदान शालाघाट में लखदाता दंगल समिति द्वारा एक दिवसीय पारंपरिक दंगल प्रतियोगिता एवं मेले का आयोजन किया गया। इस अवसर पर अर्की के विधायक संजय अवस्थी मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे और उन्होंने विजेता पहलवानों को पुरस्कार प्रदान कर सम्मानित किया।

समारोह को संबोधित करते हुए विधायक संजय अवस्थी ने कहा कि मेले, त्यौहार और दंगल जैसे पारंपरिक आयोजन हमारी संस्कृति की धरोहर हैं और इनका संरक्षण करना हम सभी का उत्तरदायित्व है। उन्होंने कहा कि भारतीय दंगल न केवल एक खेल है, बल्कि यह हमारी परंपरा, अनुशासन और शारीरिक सशक्तता का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में भारतीय महिला और पुरुष पहलवान विश्व स्तर पर देश का नाम रोशन कर रहे हैं, जो हमारी पारंपरिक कुश्ती की ताकत को दर्शाता है।

उन्होंने कहा कि इस प्रकार के आयोजनों से युवाओं को खेलों के प्रति प्रेरणा मिलती है और वे नशे जैसी बुराइयों से दूर रहकर स्वस्थ जीवन की ओर अग्रसर होते हैं। उन्होंने यह भी बताया कि प्रदेश सरकार खेलों और खिलाड़ियों के प्रोत्साहन के लिए विभिन्न योजनाएं चला रही है, ताकि युवाओं को उचित मंच मिल सके।

विधायक संजय अवस्थी ने इस अवसर पर बड़ी माली के विजेता को 35,000 रुपये, छोटी माली के विजेता को 21,000 रुपये तथा बाघल केसरी के विजेता को 11,000 रुपये की नकद राशि और स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। उन्होंने आयोजक समिति को 31,000 रुपये देने की भी घोषणा की। साथ ही उन्होंने गांव घुमारी के सामुदायिक भवन के निर्माण के लिए 2 लाख रुपये देने की घोषणा भी की।
इस अवसर पर विधायक ने क्षेत्र में चल रहे विकास कार्यों का भी उल्लेख किया और बताया कि शालाघाट-अर्की, लादी क्रासिंग-खरड़हट्टी-बनोह-गम्बरपुल, कराड़ाघाट-बावां और पिपलूघाट-सरयांज सड़कों के निर्माण के लिए करोड़ों रुपये की धनराशि स्वीकृत की गई है, जिसके लिए उन्होंने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का आभार प्रकट किया।

दंगल के समापन समारोह में पूर्व विधायक गोविंद राम शर्मा, पंचायत प्रधान यशपाल कश्यप, दंगल समिति के प्रधान डी.डी. शर्मा, कोषाध्यक्ष राजेंद्र रावत, सचिव बाबू राम शर्मा, बाघल लैंड लूजर समिति के प्रधान जगदीश ठाकुर, उपमंडलाधिकारी अर्की निशांत तोमर, डीएसपी दाड़लाघाट संदीप शर्मा, जल शक्ति विभाग व विद्युत बोर्ड के अधिशाषी अभियंता सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी और बड़ी संख्या में स्थानीय ग्रामीण उपस्थित रहे।



