ब्यूरो, दैनिक हिमाचल न्यूज- उपमण्डल अर्की की ग्राम पंचायत दावटी के सावग गांव निवासी पूर्व सैनिक हवलदार हरिसिंह ठाकुर के निधन से पूरे क्षेत्र में शोक की लहर है। 82 वर्षीय ठाकुर अपने स्वास्थ्य जांच के लिए मोहाली स्थित इंडस हॉस्पिटल गए थे, जहां अचानक तबीयत बिगड़ने से उन्होंने अंतिम सांस ली।

परिजनों ने बताया कि हवलदार ठाकुर ने अपने जीवनकाल में अंगदान की इच्छा जताई थी। निधन के बाद परिवार ने पीजीआई चंडीगढ़ से संपर्क भी किया, लेकिन अस्पताल की उदासीनता पर परिजनों ने गहरी नाराजगी जताई।

हरिसिंह ठाकुर का जन्म वर्ष 1943 में हुआ था। वे वर्ष 1963 में भारतीय सेना की 72 आर्म्ड रेजिमेंट में भर्ती हुए और 1965 व 1971 के भारत-पाक युद्धों में वीरता से भाग लिया। 1979 में सेना से सेवानिवृत्त होने के बाद उन्होंने डीसी ऑफिस सोलन में अपनी सेवाएं दीं और वर्ष 2001 में वहां से भी सेवानिवृत्त हुए।

अपने जीवन में सदैव ईमानदारी, सादगी और देशभक्ति को प्राथमिकता देने वाले ठाकुर गांव के युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत रहे। कुछ समय पूर्व उन्होंने अपने गांव के मंदिर को भूमि दान कर अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत किया।

उनके अंतिम संस्कार के अवसर पर 14 जीटीसी सुबाथू से आए सैनिकों ने सैन्य सम्मान के साथ उन्हें अंतिम सलामी दी। पूर्व सैनिक लीग अर्की के अध्यक्ष कैप्टन पदमदेव ठाकुर, वरिष्ठ उपाध्यक्ष कैप्टन प्रेमचंद चौहान, बलदेवराज सहित कई पूर्व सैनिकों और स्थानीय लोगों ने श्रद्धांजलि अर्पित की।

हवलदार हरिसिंह ठाकुर का जीवन देशसेवा, समाजसेवा और आदर्श मूल्यों से परिपूर्ण था, जो आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणास्रोत बना रहेगा।

