ब्यूरो, दैनिक हिमाचल न्यूज : राजकीय महाविद्यालय अर्की में 11.81 लाख रुपये के गबन के मामले में पुलिस ने ठेकेदार को गिरफ्तार किया है। यह धनराशि कॉलेज परिसर में बास्केटबॉल कोर्ट और ओपन एयर जिम बनाने के लिए स्वीकृत की गई थी, लेकिन कार्य पूरा न होने के बावजूद भुगतान जारी कर दिया गया।

कॉलेज की प्राचार्य ने पुलिस थाना अर्की में शिकायत दर्ज करवाई थी कि सत्र 2021-22 में महाविद्यालय को उत्कृष्ट कॉलेज घोषित किया गया था, जिसके तहत हिमाचल सरकार ने 1 करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत की थी। इसमें से 8,81,950 रुपये बास्केटबॉल कोर्ट और 3,00,000 रुपये ओपन एयर जिम के लिए खर्च करने की बात दर्ज की गई, लेकिन आज तक दोनों परियोजनाएं पूरी नहीं हुईं।
जांच में सामने आया कि 22 फरवरी 2022 को बास्केटबॉल कोर्ट के लिए बिडिंग करवाई गई थी, जो 4 मार्च 2022 को खोली गई। पांच कंपनियों ने भाग लिया, लेकिन चार को अयोग्य घोषित कर ठेके का कार्य एक ही फर्म को दे दिया गया। 12 मार्च 2022 को कार्य पूरा होने का प्रमाण पत्र जारी कर दिया गया, जबकि इस दिन तक न तो बास्केटबॉल कोर्ट बना था और न ही ओपन एयर जिम। 16 मार्च 2022 को बिल सब ट्रेजरी अर्की को प्रस्तुत किया गया, जिसे 19 मार्च 2022 को पास कर दिया गया और ठेकेदार के खाते में राशि डाल दी गई।

पुलिस ने इस मामले में जांच के बाद पर्याप्त साक्ष्यों के आधार पर 30 मार्च 2025 को ठेकेदार नीतीश शर्मा को गिरफ्तार किया।

एसपी सोलन गौरव सिंह ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि आरोपी को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे तीन दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है और मामले की जांच जारी है

