
ब्यूरो,दैनिक हिमाचल न्यूज़:-दाड़लाघाट,तंबाकू मुक्त स्वस्थ्य विद्यालय कार्यक्रम के तहत अंबुजा सीमेंट फाउंडेशन की ओर से तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का समापन अंबुजा सीमेंट सभागार में हो गया। अंबुजा सीमेंट लिमिटेड दाड़ला के राजेंद्र कुर्मी ने कहा कि शैक्षिणिक संस्थानों के परिसर के अंदर तंबाकू पदार्थो के उपयोग और तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए ग्राम स्तरीय और व्यक्तिग्त प्रयास से संभव हो सकता है,इस पर प्रकाश डाला।

चिकित्सा अधिकारी चंडी प्राथमिक आरोग्य केंद्र डॉक्टर राहुल शर्मा ने तंबाकू से होने वाले गंभीर बीमारीयों के कारण होने वाले बीमारियों पर प्रकाश डाला।

सलाम मुंबई फाउंडेशन से दीपक पाटिल ने तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर में तंबाकू उत्पादों और स्वास्थ पर पड़ने वाले प्रभाव जैसे मुख का कैंसर,टीबी और न्यूमोनिया पर विस्तृत जानकारी दी। जिससे शैक्षिणके संस्थानों को तंबाकू मुक्त स्वस्थ बच्चे कार्यक्रम को संपादित कर सकें। नशे की आदत का विकास बच्चो में सर्वप्रथम तंबाकू के सेवन से आरंभ होकर अल्कोहल और चिट्ठा के उपयोग तक जाता है,यदि तंबाकू के नशे को आरंभ से से विमुख किया जा सके तो भविष्य में बच्चे और युवा नशे से दूर हो सकते है। कार्यक्रम समन्यक सामुदायिक स्वास्थ्य परियोजना अजीत कुमार सिंह ने तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर में प्रतिभागी सदस्यों,स्वास्थ्य कार्यकर्ता,सखी,आशा वर्कर,चिकित्सा अधिकारी,शिक्षकों, आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं, ग्राम पंचायत प्रतिनिधियों,जिला परिषद सदस्य,यूथ क्लब के प्रतिनिधियों से आग्रह किया की तंबाकू मुक्त 9 मानकों को पूरा करके अर्की और धुन्दन खंड के 49 विद्यालयों को तंबाकू मुक्त स्वस्थ बच्चे कार्यक्रम को समुदाय और अभिभावकों के सहयोग से पूरा किया जा सकता है। क्षेत्रीय प्रबंधक भूपेंद्र गांधी ने कहा की अंबुजा फाउंडेशन का प्रयास सराहनीय है जिससे की विद्यार्थियों के तंबाकु मुक्त जीवन की शुरुवात अध्ययनकाल से ही कर सकते है। तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर में 120 से अधिक प्रतिभागियों ने प्रशिक्षण शिविर में अपनी भागीदारी सुनिश्चित की। उन्होंने बताया कि शिविर में जिला परिषद सदस्य हीरा कौशल,पंचायत प्रधान रोड़ी रीना का विशेष सहयोग रहा।




