ब्यूरो, दैनिक हिमाचल न्यूज:- उपमंडल अर्की की ग्राम पंचायत देवरा के गांव कोखड़ी की अनीता वर्मा ने कानून शास्त्र में डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी (पीएचडी) की उपाधि प्राप्त कर अपने गांव और पंचायत का नाम रोशन किया है। अनीता अपने गांव की पहली युवती हैं, जिन्होंने यह प्रतिष्ठित शैक्षणिक उपलब्धि हासिल की है। उनकी इस सफलता से न केवल परिवार और गांव में खुशी का माहौल है, बल्कि पूरी पंचायत गौरवान्वित महसूस कर रही है।

अनीता की यह सफलता उनकी कड़ी मेहनत, समर्पण और दृढ़ संकल्प का परिणाम है। यह न केवल उनकी व्यक्तिगत विजय है, बल्कि अर्की क्षेत्र के युवाओं के लिए एक प्रेरणा भी है। अनीता का कानून शास्त्र में पीएचडी पूरा करना यह सिद्ध करता है कि मजबूत संकल्प और लगन से उच्च शैक्षणिक लक्ष्य हासिल किए जा सकते हैं।
अनीता की इस सफलता की खबर जैसे ही गांव में फैली, बधाइयों और शुभकामनाओं का तांता लग गया। गांव के लोगों ने इस उपलब्धि को गांव के इतिहास में एक महत्वपूर्ण क्षण माना। यह विश्वास है कि अनीता की इस सफलता से गांव के अन्य युवा भी उच्च शिक्षा प्राप्त करने और गांव के विकास में योगदान देने के लिए प्रेरित होंगे।

अनीता वर्मा के पिता शेर सिंह वर्मा, जो राजस्व विभाग से तहसीलदार पद से सेवानिवृत्त हुए हैं, और उनकी माता राधा वर्मा, जो एक गृहिणी हैं, ने उनकी इस सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उनके परिवार में बड़ी बहन मीनाक्षी वर्मा शारीरिक प्रशिक्षक हैं, भाई दीपक वर्मा व्यवसायी हैं, और छोटी बहन हिमांशु वर्मा भी शिक्षक हैं।
अनीता ने 10वीं तक की पढ़ाई राजकीय उच्च विद्यालय मंज्याट से और 12वीं नवोदय विद्यालय कुनिहार से की। वर्तमान में वह एक निजी विश्वविद्यालय में सहायक प्रोफेसर के पद पर कार्यरत हैं।
अनीता वर्मा की यह पीएचडी न केवल उनकी व्यक्तिगत उपलब्धि है, बल्कि ग्रामीण भारत की बढ़ती शैक्षणिक आकांक्षाओं का प्रतीक भी है। अनीता ने अपनी इस सफलता का श्रेय अपने परिवार, विशेषकर अपने पिता को दिया है, जिनके सहयोग और मार्गदर्शन ने उनकी इस यात्रा को सफल बनाया।



