ब्यूरो, दैनिक हिमाचल न्यूज:- अर्की उपमंडल के पपलोटा ग्राम में नैनो उर्वरकों के उपयोग हेतु इफको द्वारा फसल गोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें ग्राम सभा से जुड़े अस्सी प्रगतिशील किसानों ने भाग लिया । कार्यकम में मुख्य रूप से इफको की ओर से राज्य विपणन प्रबंधक भुवनेश पठानिया उपस्थित रहे।

भुवनेश पठानिया ने किसानों को इफको द्वारा निर्मित विश्व प्रथम नैनो यूरिया तरल एवं नैनो डीएपी के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी देते हुए एवम जागरुक करते हुए मार्केट में चल रहे भ्रामक उत्पादों से बचाव रखते हुए इफको के तकनीकी उर्वरकों जैसे विश्व प्रथम निर्मित नैनो यूरिया तरल एवं नैनो डीएपी का इस्तेमाल करने के लिए जागरूक किया ।

उन्होंने कहा कि नैनो यूरिया आधुनिक तकनीक द्वारा निर्मित एक तरल उत्पाद है और आम यूरिया खाद का एक पर्यावरण हितैषी विकल्प है। साथ ही कृषि में नवीनतम तकनीकों पर आधारित उत्पादों जैसे : नैनो यूरिया तरल एवं विभिन जल विलय उर्वरकों के सम्बन्ध में जानकारी प्रदान की एवं भविष्य में नैनो उत्पादों मदद से बहुमूल्य मुद्रा की अनुदान के रूप में बचत के बारे में प्रतिभागियों को अवगत करवाया। उन्होंने कहा कि नैनो डीएपी (तरल) फसल की पैदावार बढ़ाने और पारंपरिक एनपीके (12:32:16) एवं डीएपी खाद के कारण होने वाले पर्यावरण प्रदूषण को कम करके किसानों की आय में सुधार करने में अहम् भूमिका रखेगा ।
उन्होंने बताया कि एक बोतल इफको नैनो डीएपी (तरल) की किसानो को 600 रूपए में अपनी सहकारी समिति के माध्यम से उपलब्ध होगी जो की पारम्परिक एनपीके/डीएपी खाद की खपत को लगभग आधा कर देगी इफको नैनो डीएपी नैनो टेक्नोलॉजी से निर्मित एक अनोखा उत्पाद है जो कि बीज/जड़ उपचार एवं पोधो के ऊपर छिड़काव कर के इस्तेमाल किया जाता है और ये पारम्परिक एनपीके/डीएपी की तुलना में ज़्यादा प्रभावशाली उत्पाद है। कार्यक्रम के अंत में क्षेत्र अधिकारी रोहित द्वारा भी सागरिका एवम जल विलय उर्वरकों के बारे में जानकारी प्रदान की।इस अवसर पर रत्न सिंह पाल , डूमहर सहकारी सभा के सचिव देवेंद्र, क्षेत्र अधिकारी रोहित कुमार शर्मा सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।










