ब्यूरो, दैनिक हिमाचल न्यूज(दाड़लाघाट):-अदानी समूह के अंबुजा सीमेंट उद्योग दाड़लाघाट में बेरोजगारों के साथ भद्दा मजाक कर प्रताड़ित किया जा रहा है।किसी भी प्रार्थी का साक्षात्कार लिया जाता है,उसका उक्त पद हेतु चयन किया जाता है फिर ज्वाइन करवाया जाता है,एक दिन बाद जब किसी अपने चहेते की एप्रोच आती है,तब पहले वाले को कह दिया जाता है कि आपका साक्षात्कार दोबारा होना है,दोबारा साक्षात्कार होता है फिर साक्षात्कार में अयोग्य घोषित कर नौकरी से निकाल दिया जाता है,जिस वजह से स्थानीय बेरोजगारों को कंपनी के मनमाने रवैया के कारण मानसिक परेशानी का शिकार होना पड़ रहा है। ऐसा ही एक वाक्या दाड़लाघाट पंचायत के स्थानीय प्रार्थी आशीष गुप्ता के साथ घटित हुआ है।
गत दिनों अंबुजा प्लांट के अस्तपाल में फार्मासिस्ट के रिक्त पद के लिए आवेदन मांगे गए जिसके लिए संक्षिप्त विवरण इंटरनेट मीडिया के माध्यम से प्रेषित किया गया,इसके उपरांत अंबुजा कंपनी के डॉक्टर ने साक्षात्कार के लिए कॉल की और आशीष ने मौके पर जाकर साक्षात्कार दिया।इसके बाद कंपनी परिसर से समय-समय पर डॉक्टर व कंपनी परिसर के अधिकारियों से बातचीत होती रही और तनख्वाह की बात होने के बाद सारी बातें तय हुईं। इसके उपरांत 26 मई को कंपनी के डॉक्टर ने दुबारा मेडिकल व अन्य जरूरी औपचारिक दस्तावेज के लिए कंपनी के अस्तपाल में बुलाया गया।
इसी दिन यहां पर डॉक्टर ने उच्च अधिकारियों से बातचीत करने के बाद दुबारा 31 मई को कंपनी परिसर में बुलाया जहाँ से अस्तपाल के अधिकृत व्हाट्सएप समूह में भी जोड़ दिया और डॉक्टर द्वारा 1 जून से ड्यूटी ज्वाइन करने को कहा गया। प्रार्थी आशीष गुप्ता का कहना है कि मेरे साथ एक और लड़के को बुलाया गया। दोनों को जैसे – जैसे डॉक्टर द्वारा कहा गया वे उसे करते गए। उन्होंने 1 जून को सुबह 9 बजे से शाम 6 बजे तक पूरा दिन सामान्य ड्यूटी की और उन्हें दोपहर समय के बाद कहा गया कि अब आप दोनों का दुबारा फाइनल इंटरव्यू होगा, जिसके बाद आज दो जून को इंटरव्यू होने के बाद अयोग्य घोषित कर घर जाने का फरमान जारी कर दिया गया।प्रार्थी आशीष गुप्ता ने कहा कि अदानी समूह के अंबुजा सीमेंट प्लांट में नौकरी के नाम पर युवाओं को छला जा रहा है। उनका कहना है कि पहले योग्य घोषित करके रोजगार दिया जाता है फिर किसी चहेते की एप्रोच आने पर उसका द्वारा साक्षात्कार किया जाता है और अयोग्य घोषित कर दुत्कार कर घर भेज दिया जाता है। आशीष गुप्ता का कहना है कि इस तरह से कंपनी बेरोजगार युवाओं का शोषण कर मनमाने ढंग से प्रताड़ित कर रही है जो कि सरासर गलत व अन्याय पूर्ण है।
दाड़लाघाट निवासी आशीष गुप्ता ने आरोप लगाया है कि जब से अदानी समूह ने इस प्लांट को टेकओवर किया है,तब से छंटनी का दौर ओर सप्लाई वर्करो की मूलभूत सुविधाओं पर भी आंच आ गयी है। आशीष गुप्ता ने सूत्रों के मुताबिक कहा कि स्थाई कार्य के लिए भी अस्थाई तौर पर कामगारों को बुलाया जा रहा है,जिसपर अभी तक काम कर रहे कामगारों को भी भविष्य का संकट नजर आ रहा है। उन्होंने कहा कि कंपनी के अनुसार जितनी डिमांड होगी उतने कामगारों को मांगा जाएगा व उनकी कोई भी स्थाई नियुक्ती भविष्य के लिए स्पष्ट नजर नही आ रही जो कि आने वाले समय के लिए हिमाचल जैसे छोटे राज्य व स्थानीय बेरोजगारों के लिए खतरे का संकेत है। यहां के लोग पहले ही कह रहे हैं की जमीने देकर और प्लांट की धूल फांक कर इस क्षेत्र के प्रभावितों को क्या हासिल हुआ। उन्होंने कहा कि इसका ताजा उदाहरण तो वह स्वयं है जिसे स्थानीय निवासी होने पर भी रोजगार के नाम पर प्रताड़ित व गुमराह किया गया है।