ब्यूरो दैनिक हिमाचल न्यूज :- अर्की नगर पंचायत के वार्ड नंबर 7 में शीर्ष पर बसे शकनी महादेव आजकल लोगों की आस्था का केंद्र बनता जा रहा है । बता दें कि राजाओं के समय से अर्की उपमंडल मुख्यालय में बसे तीन महादेवों (लुटरू,मुटरू व शकनी महादेव ) में अपनी एक विशेष पहचान रखता है ।
अर्की टाउन सहित आसपास के गावों को इसी स्थान से पानी जाता था तथा आज भी जाता है। बाबा शीलनाथ के समय से प्रख्यात शकनी आश्रम में दूर-दराज के क्षेत्रों से उनकी समाधि स्थल पर अपने शीष नवाने आते हैं तथा जुलाई माह में सावन महीने में इस स्थान पर चमकौर (पंजाब) से उनके भक्तजन उनकी पुण्यतिथि पर भंडारे का आयोजन करते हैं । शकनी आश्रम में विराजमान बाबा अर्जुन गिरी जी महाराज जो कि नागा अखाड़ा से संबंध रखते हैं, लगभग एक वर्ष पूर्व शकनी आश्रम पहुंचे थे । उन्होंने अपनी अच्छाईयों से वहां पर आने-जाने वाले भक्तों का मन मोह लिया तथा भक्तों के साथ मिलकर इस स्थान का फिर से सौंदर्यीकरण किया । स्थानीय लोगों के अनुसार बाबा ने तीन माह तक खडी तपस्या करने का मन बनाया तथा अब बाबा तीन माह तक खडी तपस्या में खडे हैं ।
जानकारी देते हुए शकनी आश्रम के सेवक पविंदर कुमार, मदन कुमार,’ राजेंद्र ठाकुर, कमला ठाकुर व सोनू कंवर ने बताया कि शकनी आश्रम में विराजमान बाबा 13 अप्रैल से 13 जुलाई तक खडी तपस्या में खडे हैं । इस तपस्या के दौरान बाबा तीन माह तक खडे ही रहेंगे । सेवकों ने बताया कि
शिवरात्रि के समय बाबा ने दो माह के लिए मौन व्रत धारण किया हुआ था तथा इस दौरान उन्होंने किसी से भी बातचीत नहीं की व मौन ही रहे । उन्होंने बताया कि शकनी आने से पूर्व वे घुमारवीं के बरठी में रहते थे तथा इससे पहले भी वे किसी अन्य स्थान पर अग्नि तपस्या सहित कुछ अन्य तपस्याएं कर चुके हैं । सेवकों के अनुसार इस स्थान पर बने भवन में दरारें आ चुकी हैं व पखडंडी मार्ग कच्चा है । उन्होंने सरकार से इस भवन को राशि उपलब्ध करवाने व पखडंडी मार्ग को पक्का करवाने की मांग की है ।