सूत्र:– प्रदेश में अगले सात दिनों तक बारिश के आसार नही दिखाई दे रहे। इस वर्ष दिसंबर महीने की यदि बात की जाए तो पिछले छः वर्षों में सबसे कम बारिश हुई है। 16 दिसंबर तक प्रदेश और जिला कांगड़ा में सबसे कम बारिश दर्ज की गई है। हालांकि, प्रदेश में 16 दिसंबर तक 0.5 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है, लेकिन वह न के बराबर है। नवंबर की बात करें तो साल 2018 से 2020 तक मेघ बरसे हैं, लेकिन इस साल नवंबर में भी बारिश कम आंकी गई है।
दिसंबर में अब तक बारिश न होने से किसानों को फसल का चिंता सताने लगी है। नवंबर अंत तक चली गेहूं की बिजाई को दिसंबर में बारिश की जरूरत होती है, लेकिन इस साल अब तक बारिश नहीं हुई है
कांगड़ा के धौलाधार के पहाड़ दिसंबर में इस समय बर्फ से लकदक दिखते थे। कृषि विवि के मौसम वैज्ञानिकों से मिले छह सालों के आंकड़ों के मुताबिक 16 दिसंबर तक इस साल सबसे कम बारिश हुई है। प्रदेश के मैदानी जिलों में सुबह-शाम धुंध पडऩे और ठंडी हवाएं चलने का यलो अलर्ट जारी हुआ है। मध्य और उच्च पर्वतीय जिलों में 22 दिसंबर तक मौसम साफ बना रहने का पूर्वानुमान है।(साभार: सूत्र)