हरिजन सेवक संघ हिमाचल ने वक्फ संशोधन विधेयक 2025 को बताया ऐतिहासिक और देशहित में, कहा – “एक देश, एक कानून” समय की मांग

ब्यूरो,दैनिक हिमाचल न्यूज – हरिजन सेवक संघ हिमाचल प्रदेश ने केंद्र सरकार द्वारा संसद में प्रस्तुत वक्फ (संशोधन) विधेयक 2025 का समर्थन करते हुए इसे देशहित में लिया गया ऐतिहासिक और दूरदर्शी कदम बताया है। संघ की जिला सोलन इकाई के तत्वावधान में आयोजित बैठक में यह प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित किया गया। बैठक की अध्यक्षता राज्य प्रतिनिधि चुन्नी लाल बंसल ने की।

वक्ताओं ने यह भी उल्लेख किया कि यह विधेयक महिलाओं को सशक्त करने की दिशा में भी एक बड़ा कदम है। इसमें महिलाओं को वक्फ बोर्डों में प्रतिनिधित्व देने, छात्रवृत्ति, कानूनी सहायता और माइक्रोफाइनेंस जैसी योजनाओं को मजबूती देने की व्यवस्था की गई है। साथ ही बोहरा और अघाखानी जैसे समुदायों को प्रतिनिधित्व देकर विधेयक समावेशी स्वरूप को और मजबूत करता है।

बैठक में वरिष्ठ उपाध्यक्ष कैलाशचंद चंद भाटिया, जिला सोलन अध्यक्ष धर्मपाल गर्ग, मीडिया प्रभारी राजेंद्र कुमार, महासचिव ललित मोहन कश्यप, कांगड़ा जिला अध्यक्ष राजेश धीमान, सूचना प्रभारी नरपत राम वकण, कोषाध्यक्ष दुनीचंद सोहत्र, सह सचिव मोहन लाल बूशेहरी, सचिव प्रेमचंद धीमान और नगर पंचायत अर्की इकाई अध्यक्ष बलीराम संख्यान सहित अनेक पदाधिकारी उपस्थित रहे।

संघ के सभी सदस्यों ने एक स्वर में केंद्र सरकार के इस निर्णय का स्वागत किया और इसे जल्द लागू करने की दिशा में हरसंभव सहयोग का आश्वासन दिया। हरिजन सेवक संघ ने इस विधेयक को भारत की एकता और समरसता के लिए मील का पत्थर करार दिया है।

संघ के पदाधिकारियों ने कहा कि यह विधेयक “एक देश, एक कानून” की भावना को सशक्त करता है और समाज में समानता, पारदर्शिता और जवाबदेही की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है। उन्होंने स्पष्ट किया कि इस विधेयक से किसी भी वर्ग, धर्म या समुदाय को कोई नुकसान नहीं होगा, बल्कि यह कदम सभी के लिए लाभकारी सिद्ध होगा। संघ ने कहा कि वक्फ संपत्तियों के डिजिटलीकरण और बेहतर प्रशासनिक व्यवस्था से इनके दुरुपयोग पर रोक लगेगी तथा वंचित वर्गों के कल्याण के लिए इन संपत्तियों का सदुपयोग हो सकेगा।

LIC

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