ब्यूरो,दैनिक हिमाचल न्यूज़:-दाड़लाघाट अम्बुजा सीमेंट कंपनी द्वारा अपने सीमेंट प्लांटों सुल्ली ओर रौड़ी से गांव रौड़ी सहित पूरे इलाके के गांव खाता,बागा,सुल्ली,बटेड़,कून,पछीवर,सूलग,सढयारु एवं सरडमरास आदि गांव में फैलाए जा रहे जानलेवा वायु प्रदूषण को लेकर जल्द ही सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की जाएगी।यह बात अम्बुजा सीमेंट कंपनी से प्रभावित किसान सभा दाड़लाघाट के अध्यक्ष जगदीश शर्मा ने प्रेस को जारी बयान में कही।उन्होंने कहा कि अम्बुजा सीमेंट कंपनी ने दोनों सीमेंट प्लांटों से निकलने वाले प्रदूषण को चैक करने हेतु उपरोक्त सभी गांव में प्रदूषण मापक यंत्र नहीं लगाए हैं यदि लगाऐं भी हैं तो वो प्रदूषण मापक क्षमता से दूर लगाए गए हैं,जिस कारण कंपनी प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड को सैंपल पास बता कर चकमा दे रही है।जगदीश शर्मा ने कहा कि प्रभावित किसान स्वयं सरकार द्वारा अधिकृत किसी प्राइवेट कंपनी द्वारा प्रदूषण मापक यंत्र हर गांव में लगवा कर प्रदूषण के सैंपल लेगी और सरकार को भेजेगी।उन्होंने कहा कि अम्बुजा सीमेंट कंपनी के दोनों सीमेंट प्लांटों से फैल रहे जानलेवा प्रदूषण के कारण इलाके के सभी गांव में जानलेवा बीमारियों खाँसी,दमा,टीवी,हृदय रोग एवं चरम रोग फैल रहे हैं,जिससे इलाके के लोगों को जान माल का खतरा बना हुआ है।जगदीश शर्मा ने कहा कि सीमेंट प्लांटों से निकलने वाली सीमेंट की धूल और कोयले की कालिख हवा में फैल रही है,जिससे पूरा वातावरण दूषित हो गया है जिससे खासकर गांव रौड़ी में तो लोगों को सांस तक लेने की समस्या पैदा हो गई है,दूसरी तरफ प्रदूषण की वजह से सभी गांव की हजारों वीघा घासनीयों में पशुचारा प्रदूषित हो गया है,जिसे खाकर किसानों के मवेशी पशु बीमार हो रहे एवं मर रहे हैं।जगदीश शर्मा ने कहा की प्रदूषण को लेकर सुप्रीम कोर्ट में दायर की जाने वाली याचिका में गांव रौड़ी को किसी दूसरे सुरक्षित स्थान पर विस्थापित करने के साथ साथ स्थानीय सभी गांव के किसानों को बरमाणा की तर्ज पर मुआवजा देने की मांग की जाएगी।