ब्यूरो, दैनिक हिमाचल न्यूज:- राजकीय महाविद्यालय अर्की के हिंदी विभाग द्वारा बीते कल हिंदी विभाग साहित्य सभा के बैनर तले बाघल क्षेत्र के संस्कार लोकगीतों को आधार बनाकर वर पक्ष तथा वधू पक्ष के घर गाए जाने वाले लोक गीत तथा सोलह संस्कार लोक गीतों का क्या महत्व है इस विषय पर बीए तृतीय वर्ष के छात्र-छात्राओं द्वारा तीन परियोजना कार्यों के माध्यम से महत्वपूर्ण जानकारी उपलब्ध करवाई गई।
जानकारी देते हुए महाविद्यालय के मीडिया प्रभारी एसोसिएट प्रोफेसर डॉ राजन तनवर ने बताया कि ये परियोजना कार्य तीन समूहों द्वारा तैयार किया गया। प्रत्येक समूह में सात-सात विद्यार्थियों ने एक साथ कार्य किया । पहले समूह का नेतृत्व अंजली ठाकुर द्वारा किया गया दूसरे समूह की प्रमुख रजनी रही तथा तीसरे समूह के प्रमुख मोहित रहे। यह परियोजना कार्य विलुप्त हो रहे संस्कार गीतों को सहेजने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। यह परियोजना कार्य हिंदी विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ राजन तनवर के दिशा निर्देशन में पूर्ण किया गया। इस अवसर पर महाविद्यालय प्राचार्या प्रोफेसर सुनीता शर्मा ने हिंदी विभाग के विद्यार्थियों के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि संस्कारों का हमारे जीवन में विशेष महत्व है । संस्कार गीत हमारी संस्कृति को जिंदा रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
उन्होंने आगे कहा कि इन लोकगीतों को सहेजने की आवश्यकता है इस कार्य को जितनी बेहतर ढंग से विद्यार्थी कर सकते हैं अन्य कोई नहीं। उन्होंने हिंदी साहित्य सभा की पदाधिकारियों को आदेश दिया कि वे इन प्रोजेक्ट को टाइप करवा करके पुस्तक आकर देने का प्रयास करें।