ब्यूरो, दैनिक हिमाचल न्यूज:-बेरोजगार कला अध्यापक संघ ने प्रदेश सरकार की उपसमिति द्वारा हाल ही में जारी नये शिक्षक भर्ती नियमों का विरोध किया है । उन्होंने कहा कि यह नियम सालों से नियमित नौकरी का इंतजार कर रहे हैं बेरोजगार शिक्षकों के गले में फांसी के फंदे की तरह होगा। बेरोजगार चल रहे शिक्षकों ने बड़े आस से इस सरकार को वोट देकर सत्ता सौंपी थी मगर वर्तमान सरकार भी पूर्व सरकारों की तरह बेरोजगारों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने जा रही है। बेरोजगार शिक्षकों का कहना है अगर सरकार के पास भर्ती एजेंसी नहीं है तो सभी भर्तियां बैचवाइज आधार पर की जाएं ताकि सालों से रोजगार कि आस लगाए बैठे बेरोजगार नौकरी प्राप्त कर सकें। क्योंकि पूर्व की सरकार ने भी एसएमसी भर्ती को जनजातीय क्षेत्र में ही शुरू किया था और फिर उसे पूरे प्रदेश में लागू किया था। जो आज भी 13 सालों से नियमित होने की राह देख रहे हैं।
जानकारी देते हुए बेरोजगार कला अध्यापक संघ हिमाचल प्रदेश के महासचिव विजय चौहान ने बताया कि24 अप्रैल को शिमला में संगठन ने मुख्यमंत्री सुक्खू व शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ,एजुकेशन सेक्रेट्री और एजुकेशन डायरेक्टर से मिलकर नियमित भर्ती करने के लिए आग्रह किया था और संगठन के पदाधिकारियों को सभी से आश्वासन मिला था कि हम नियमित भर्ती करेंगे। मगर 25 तारीख की जो विभाग ने सरकार को प्रपोजल भेजा है उसमें मुख्यमंत्री के आश्वासन के बिल्कुल विपरीत अनियमित भर्ती का प्रपोजल विभाग ने सरकार को दिया है , अगर सरकार ने इस भर्ती नियम को स्वीकार किया तो सभी शिक्षक संगठन सरकार के विरुद्ध सड़क से लेकर सचिवालय तक आंदोलन के लिए तैयार हैं जिसके जिम्मेदार स्वयं मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री होंगे।