ब्यूरो,दैनिक हिमाचल न्यूज़:-(दाड़लाघाट) अम्बुजा सीमेंट फाउंडेशन दाड़लाघाट के सौजन्य से आईटीआई दाड़ला में रक्तदान शिविर का आयोजन हुआ।शिविर का उद्घाटन इकाई प्रमुख अम्बुजा दीपक जसूजा ने किया।जबकि कार्यक्रम प्रबंधक भूपेंद्र गांधी ने शिविर की अध्यक्षता की।शिविर में 100 यूनिट से अधिक रक्त दान हुआ।इस ब्लड डोनेशन आयोजन में इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज शिमला से ब्लड बैंक के डॉक्टर्स चिकित्सा अधिकारी ब्लड बैंक डॉ मेघना काहलों की टीम ने शिरकत की।इस अवसर पर रक्तदान के महत्व पर प्रकाश डालते हुए इकाई प्रमुख दीपक जसूजा ने कहा,सनातन धर्म में कन्यादान को जीवन का सर्वोच्च दान माना गया है।जोकि हिंदू धर्म के लिए एक अभीष्ट सत्य है,परंतु बदलती वैश्विक परिस्थितियों में रक्तदान का दान भी मानवीय जीवन के सर्वोच्च पायदान पर है।मानव जीवन को बचाने के लिए समाज को बढ़-चढ़कर रक्तदान करना चाहिए।यह एक वैज्ञानिक तथ्य है कि रक्तदान से शरीर स्वस्थ और शक्तिशाली बनता है।
डॉ मेघना काहलों ने बताया कि कोई भी स्वस्थ व्यक्ति जिसकी उम्र 18 वर्ष से 60 वर्ष के बीच हो,वजन 45 किलोग्राम से ज्यादा हो हीमोग्लोबिन की मात्रा 12.2 हो वह रक्तदान कर सकता है।कार्यक्रम के अंत में प्रधानाचार्य राजेश शर्मा ने कार्यक्रम में आये एडवाइजरी कमेटी के सदस्यों,स्थानीय लोगों व रक्तदान वीरों का शिविर में आने पर धन्यवाद किया।सभी रक्तदाताओं को आईजीएमसी शिमला के द्वारा उन्हें सम्मान प्रमाण पत्र प्रदान किया गया और अम्बुजा सीमेंट फाउंडेशन की तरफ से स्मृति चिन्ह प्रदान किए गए।इस अवसर पर इकाई प्रमुख अम्बुजा सीमेंट लिमिटेड दाड़लाघाट दीपक जसूजा,कार्यक्रम प्रबंधक अम्बुजा सीमेंट फाउंडेशन भूपेंद्र गांधी,प्रधानाचार्य आईटीआई (सेड़ी) राजेश शर्मा,कार्यक्रम समन्यवक सामुदायिक स्वास्थ्य परियोजना अजीत कुमार सिंह,नीलम ठाकुर,बंती जसवाल,सुनीता शर्मा,सीता नेगी,पूजा देवी,रेणु,सीमा,कविता देवी,सोनू शर्मा,चंद्रकांता,विनोद वर्मा,दलीप शर्मा,मोनिका चंदेल,राज कुमार गुप्ता,नंद लाल वर्मा,राकेश कुमार कौशल,मुनीष शर्मा,दलीप ठाकुर,सुनील कुमार,राजेश कुमार,मोहित शर्मा,संदीप अरोड़ा सहित अन्य मौजूद रहे।