ब्यूरो, दैनिक हिमाचल न्यूज- कुनिहार क्षेत्र की लगभग दो दर्जन पंचायतों ने सरकार से जोरदार मांग उठाई है कि राज्य पुनर्गठन से पहले पंजाब के अधीन रहीं इन पंचायतों को अब कुनिहार विकास खंड में शामिल किया जाए। लोगों का कहना है कि आज भी वे निकटतम ब्लॉक सुविधा से वंचित हैं, जिससे क्षेत्र के विकास कार्य प्रभावित हो रहे हैं।

कुनिहार विकास सभा के अध्यक्ष धनीराम तंवर ने बताया कि स्थानीय जनता में इस मुद्दे को लेकर गहरा रोष है। बार-बार आग्रह करने के बावजूद इन पंचायतों की सीमाएं पूर्ववत रखी गई हैं। उन्होंने कहा कि ममलीग, शतरोल, सायरी, कनेर, काहला, जगाना, पटाबरारी, हरिपुर, जाबल झमरोट, जाड़ली, बडलग, जाड़ला, चंडी, बुधार कनैता और दाडुआ जैसी पंचायतों को स्वाभाविक रूप से कुनिहार ब्लॉक का हिस्सा बनाया जाना चाहिए था, क्योंकि इनका भौगोलिक और सामाजिक संबंध कुनिहार से है।

50-60 किलोमीटर दूर जाना पड़ता है ब्लॉक कार्यालय
तंवर ने बताया कि इन पंचायतों के निवासियों को आज भी अपने विकास संबंधी कार्यों के लिए कंडाघाट, धर्मपुर, सोलन या पट्टा महलोग ब्लॉक तक जाना पड़ता है, जो 50 से 60 किलोमीटर दूर हैं। वहीं, कुनिहार ब्लॉक महज 1 से 10 किलोमीटर की दूरी पर है। इतनी दूर की यात्रा से ग्रामीणों का समय, धन और श्रम तीनों बर्बाद होते हैं।

पंचायत चुनाव से पहले लिया जाए निर्णय
विकास सभा ने मुख्यमंत्री, पंचायत राज मंत्री और उपायुक्त सोलन से आग्रह किया है कि आगामी पंचायत चुनावों से पहले इन पंचायतों को कुनिहार ब्लॉक में सम्मिलित करने का फैसला लिया जाए। तंवर ने कहा कि “स्थानीय लोग अपनी दैनिक जरूरतों के लिए भी कुनिहार आते हैं, ऐसे में प्रशासनिक सुविधा भी यहीं से मिलनी चाहिए।

सभा ने मुख्यमंत्री सहित संबंधित अधिकारियों को इस संबंध में मांग पत्र भेजा है, ताकि क्षेत्र के विकास को गति मिल सके और ग्रामीणों को नजदीक से सरकारी सुविधाएं प्राप्त हों।


