ब्यूरो, दैनिक हिमाचल न्यूज :- अर्की उपमण्डल के दूरदराज क्षेत्र भलग गांव से ताल्लुक रखने वाले शुभम चौहान अपनी कला के जरिए हिमाचल की समृद्ध संस्कृति और आस्था को नई पहचान दे रहे हैं। यूटीसीएल बागा के समीप जन्मे शुभम ने अपनी स्कूली शिक्षा राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय मांगल से पूरी की और वर्तमान में फाइन आर्ट्स शिमला में बीएफए द्वितीय वर्ष के छात्र हैं।
शुभम अब तक राज्य संग्रहालय शिमला और कुनिहार में अपनी पेंटिंग्स की प्रदर्शनी लगा चुके हैं। उनकी एक पेंटिंग राष्ट्रीय ऑनलाइन प्रतियोगिता के लिए भी चयनित हुई, जिसमें उन्हें प्रशंसा पदक से सम्मानित किया गया।

उन्होंने अपने कला शिक्षक विवेक शर्मा के मार्गदर्शन में अब तक तीन राष्ट्रीय कला शिविरों की मेज़बानी भी की है। शुभम की पेंटिंग्स में हिमाचल की पारंपरिक संस्कृति, देवी-देवताओं और ऐतिहासिक पात्रों की गूंज सुनाई देती है।

हाल ही में उन्होंने सुकेत क्षेत्र के प्रसिद्ध बाडुबाड़ा देवता जी का चित्र बनाया है, जिसे लोगों द्वारा खूब सराहा जा रहा है। उनके इस चित्र में लोक आस्था, परंपरा और भावनाओं की गहराई बखूबी झलकती है।
शुभम का सपना है कि वे हिमाचल की लोकसंस्कृति को देश-विदेश तक अपनी कला के माध्यम से पहुंचाएं।





