ब्यूरो, दैनिक हिमाचल न्यूज — उपमण्डल अर्की की ग्राम पंचायत कोलका में आयोजित सात दिवसीय श्रीमद्भागवत महापुराण ज्ञान यज्ञ का समापन विधिवत पूर्णाहुति, विशेष प्रवचन और विशाल भंडारे के साथ हुआ। अंतिम दिन भी कथा स्थल पर भक्तिभाव और आस्था का अनुपम दृश्य देखने को मिला।

समापन दिवस पर सुप्रसिद्ध भागवताचार्य पवन गोपाल शर्मा ने श्रीमद्भागवत कथा के विशेष महात्म्य पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यदि किसी कारणवश कोई भक्त पूर्व के छह दिन कथा श्रवण नहीं कर पाया हो, और वह केवल अंतिम दिन श्रद्धापूर्वक कथा सुनता है, तो उसे भी सम्पूर्ण कथा का पुण्य प्राप्त होता है। उन्होंने कहा कि श्रीमद्भागवत केवल धार्मिक ग्रंथ नहीं, बल्कि भगवान श्रीकृष्ण की दिव्य लीलाओं, उपदेशों और सनातन धर्म के मर्म का अद्भुत संगम है।

कथा के अंतिम दिन भगवान श्रीकृष्ण और उनके परम भक्त सुदामा जी के वर्षों बाद मिलन का भावपूर्ण प्रसंग सुनाया गया, जिसमें सुदामा जी की भक्ति और श्रीकृष्ण की करुणा ने उपस्थित श्रद्धालुओं को भावविभोर कर दिया। इसके पश्चात भगवान श्रीकृष्ण के अपने निज धाम गमन की लीला का मार्मिक वर्णन प्रस्तुत किया गया। कथा व्यास ने बताया कि धाम गमन से पूर्व भगवान ने यह संदेश दिया कि वे अपने भक्तों के मध्य श्रीमद्भागवत रूप में सदैव विद्यमान रहेंगे। जो भी श्रद्धा से इसकी कथा सुनेगा या सुनाएगा, उसमें मेरी उपस्थिति बनी रहेगी।

इसी के साथ कथा में राजा परीक्षित के अंतिम प्रसंग का भी उल्लेख हुआ, जिसमें उन्होंने मृत्यु से पूर्व श्रीशुकदेव जी द्वारा श्रवण की गई श्रीमद्भागवत कथा को परम मोक्ष का साधन माना और स्वयं ईश्वर में लीन होकर जीवन को कृतार्थ किया। इसी आध्यात्मिक समापन के साथ श्रीमद्भागवत कथा को विधिवत विराम दिया गया।

कथा के उपरांत पूर्णाहुति, हवन और आरती की विधिवत पूर्ति की गई। इसके पश्चात आयोजकों परमानंद वर्मा, बाबूराम वर्मा, डॉक्टर हेतराम वर्मा, प्रेमचंद वर्मा, देवी चंद, किरपा राम वर्मा, सुंदर सिंह वर्मा और जगदीश वर्मा सहित समस्त सदस्यों द्वारा विशाल भंडारे का आयोजन किया गया, जिसमें क्षेत्र भर से आए श्रद्धालुओं ने श्रद्धापूर्वक प्रसाद ग्रहण किया।

इस सात दिवसीय धार्मिक आयोजन के दौरान विधायक संजय अवस्थी, पूर्व विधायक गोविंद राम शर्मा, सेवानिवृत्त सेशन जज एम.डी. शर्मा, सुरेंद्र ठाकुर, यशपाल कश्यप, सतीश कश्यप, वरिष्ठ अधिवक्ता हरीश कौशल, तुलसीराम ठाकुर, देवेंद्र शर्मा, भीम सिंह ठाकुर, अनुज गुप्ता, परमिंदर ठाकुर, पूर्व सैनिक मोहन लाल शर्मा, पदम देव ठाकुर, चमनलाल, बलवंत सिंह, जय सिंह, मस्त राम सहित अनेक गणमान्य व्यक्तियों ने कथा स्थल पर पहुंचकर धर्मलाभ प्राप्त किया और आयोजन समिति की सराहना की।






