ब्यूरो, दैनिक हिमाचल न्यूज़:- अर्की क्षेत्र में पहली बार “रोग मुक्त भारत” अभियान के अंतर्गत आयुर्वेदिक जागरूकता एवं भयंकर रोगों के आसान निदान पर आधारित सेमिनार आयोजित किया गया।
यह कार्यक्रम लोक निर्माण विभाग विश्राम गृह अर्की में जस्टिमा वैलनेस कंपनी द्वारा भारत सरकार की गाइडलाइंस के अनुसार सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। आयोजन में कश्मीर (पामपुर) के उच्च गुणवत्ता वाले केसर और अन्य विविध जड़ी-बूटियों से निर्मित औषधीय उत्पादों का विस्तृत परिचय दिया गया।
सेमिनार का विशेष प्रबंध स्थानीय सहयोग सेवानिवृत्त इंजीनियर बलिराम वर्मा और प्रशासनिक अधिकारी श्यामलाल गौतम द्वारा किया गया। इस अवसर पर आयुर्वेदिक विशेषज्ञ संजीव चौहान ने केसर और अन्य 13 आयुर्वेदिक नायाब उत्पादों के लाभों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि बीपी, शुगर, गठिया, थायराइड, माइग्रेन और कैंसर जैसे रोग बढ़ते जा रहे हैं, जिनका मुख्य कारण खाद्य पदार्थों में रसायनों का बढ़ता उपयोग है।
उन्होंने बताया कि केसर और वैल डाइट जैसे उत्पादों की सहायता से शरीर में मौजूद विषाक्त पदार्थों को पसीने और मल-मूत्र के माध्यम से बाहर निकाला जा सकता है, जिससे शरीर को स्वस्थ रखने में मदद मिलती है।
इस अवसर पर चंडीगढ़, पंजाब और अन्य क्षेत्रों से आए विशिष्ट अतिथियों में उमा धीमान, सरोज चंदेल, रत्नी ठाकुर, आशा परिहार, अरविंद शर्मा, डॉ. नागेश गर्ग, और नरदेव शर्मा सहित कई अन्य प्रमुख व्यक्ति उपस्थित रहे।