राजकीय प्राथमिक केंद्र पाठशाला घड़याच में शिक्षकों के खाली पद होने के चलते बच्चों की पढ़ाई पर असर पड रहा है । जिसको लेकर स्थानीय लोगों में रोष है । बता दें कि
पिछड़े क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम पंचायत कुंहर में राजकीय केंद्र प्राथमिक पाठशाला घड़याच है, जिसके अंतर्गत लगभग 4 अन्य विद्यालय भी आते हैं । इस पाठशाला में मात्र एक अध्यापक(केंद्रीय मुख्याध्यापक) है जिनको बच्चों की पढ़ाई के साथ कार्यालय, मिड डे मिल व अन्य स्कूलों के कार्य भी देखने पड़ते हैं ।
स्थानीय ग्रामीण व अभिभावकों का कहना है कि यहां जेबीटी के अन्य दो पद भी सृजित हैं लेकिन वह भी खाली हैं । जिसके चलते बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है । प्रदेश में कांग्रेस की सरकार के सत्ता में आते ही लोगों में आस जगी थी कि अब सरकारी स्कूल में शिक्षकों व अन्य खाली पडे पदों पर तैनाती हो जायेगी, परंतु खाली पड़े पद खाली ही रह गये और लोग अपने बच्चों क़ो अन्य स्कूलों में भेजनें को मजबूर हो रहें है ।
लोगों का कहना है कि सरकार बदलते ही अध्यापकों के तबादले बिना स्थानीय परिस्थिति क़ो देखते किए जा रहे हैं । स्थानीय ग्रामीण व अभिभावक जुगल किशोर, भूपेंद्र, विजेंदर,कर्मचंद,जोगिंदर, ओम प्रकाश, दिनेश कुमार, राम सिंह ने सरकार व विभाग से मांग की है कि जल्द से जल्द इस केंद्र पाठशाला में अध्यापकों के पद भरे जायें ताकि इस स्कूल के साथ अन्य स्कूलों पढ़ाई भी प्रभावित न हो ।
उधर खण्ड शिक्षा अधिकारी (धुन्दन) बृजलाल का कहना है कि शिक्षक के स्थानांतरित होने के कारण यह समस्या उत्पन्न हुई है तथा शिक्षा विभाग में पदों के भरने पर यह समस्या समाप्त हो जायेगी ।