ब्यूरो//दैनिक हिमाचल न्यूज,ऊना, 11 सितंबर : मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश के कर्मचारियों द्वारा ओल्ड पेंशन स्कीम की बहाली की मांग पर सरकार गहनता से विचार कर रही है, लेकिन यह एक पेचीदा मामला है । यहाँ एक पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए उन्होने कहा कि कर्मचारियों की बहुत सी मांगें सरकार द्वारा पहले ही मान ली गई हैं ।
उन्होने कहा कि विपक्ष इस मुद्दे का राजनीतिकरण कर रहा है, जबकि सच्चाई यह है कि लगभग 20 वर्ष पहले, तत्कालीन मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने केंद्र सरकार के साथ सम्झौता कर ओल्ड पेंशन स्कीम को बंद किया था । उन्होने प्रश्न किया कि अगर काँग्रेस इस योजना के पक्ष में थी तो उनके कार्यकाल में इसे समाप्त क्यूँ किया गया और वर्ष 2013 से 2017 तक के काँग्रेस के पिछले कार्यकाल में इस योजना को दोबारा शुरू क्यूँ नहीं किया गया ।
केंद्र सरकार द्वारा हरोली क्षेत्र के पोलियाँ गांव में बल्क दृग पार्क स्थापित करने की स्वीकृति का ज़िक्र करते हुए उन्होने कहा कि विपक्ष के कुछ नेताओं ने इस पार्क का भी विरोध किया था और उच्च न्यायालय में इस से पर्यावरण को होने वाले तथाकथित नुकसान बारे लिखा था । उन्होने कहा कि देश में स्थापित होने वाले 3 दृग पार्कों में से एक पोलियाँ में स्वीकृत किया जगया है और इसमें लगभग 50 हज़ार करोड़ रुपयों का निवेश होगा, जबकि 30 हज़ार लोगों को प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से रोजगार के अवसर मिलेंगे । उन्होने कहा कि इस तीनों बल्क दृग पार्कों के शुरू होने से देश में दवाओं में प्रयोग होने वाले कुल कच्चे माल की 75 प्रतिशत आपूर्ति हो सकेगी ।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना के बावजूद, प्रदेश में विकास की गति धीमी नहीं होने दी गई और सामान्य विकास कार्यों के अलावा बिलासपुर में एम्स और ऊना में पीजीआई अस्पताल, हमीरपुर, चंबा और नाहन में 3 मेडिकल कालेजों और ऊना में भारतीय सूचना प्रौद्योगिक संस्थान के अलावा अनेक केन्द्रीय विद्यालय सहित अनेकों बड़ी परियोजनाओं को अमली जामा पहनाया गया है । उन्होने कहा कि इसके अलावा हिमकेयर, ग्राहिणी सुविधा, सहारा और शगुन जैसी जन हितैषी योजनाएँ भी प्रदेश सरकार द्वारा शुरू की गईं ।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश की स्थापना के 75वें वर्ष के अवसर पर प्रदेश वासिओ के लिए अनेक कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं जिन मैं गत 75 वर्षों के दौरान जनसहयोग से किए गए विकास कार्यों को सचित्र दर्शाया गया है । विपक्ष द्वारा इन कार्यक्रमों को फिजूल खर्ची और सरकारी पैसे का राजनैतिक लाभ अर्जित करने के आरोपों को नकारते हुए उन्होने कहा कि लोगों को अपने इतिहास को जानने का अधिकार है और आयोजित की जा रही इन सभी प्रदर्शनीओ में पूर्व के सभी मुख्यमंत्रिओ द्वारा उनके कार्यकाल में किए गए विकास कार्यों का भी उल्लेख किया गया है ।
पत्रकार वार्ता में ग्रामीण विकास मंत्री वीरेंद्र कंवर, प्रदेश वित्तयोग के अध्यक्ष सतपाल सत्ती, चिंतपुरनी के विधायक बलबीर सिंह और राज्य औद्योगिक विकास निगम के उपाध्यक्ष राम कुमार उपस्थित थे ।