ब्यूरो, दैनिक हिमाचल न्यूज़- नागरिक चिकित्सालय अर्की में वीरवार को आशा कार्यकर्ताओं की महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई, जिसमें खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ. मुक्ता रस्तोगी के नेतृत्व में तंबाकू मुक्त युवा अभियान 3.0 विषय पर विस्तृत चर्चा हुई।

बैठक का उद्देश्य आशा कार्यकर्ताओं को तंबाकू सेवन से होने वाले दुष्प्रभावों, उससे उत्पन्न बीमारियों तथा समुदाय में जागरूकता फैलाने की रणनीतियों के बारे में प्रशिक्षित करना था। डॉ. मुक्ता रस्तोगी ने कहा कि तंबाकू स्वास्थ्य के लिए सबसे बड़ा खतरा है और इसे रोकने में आशा कार्यकर्ताओं की भूमिका अत्यंत महत्त्वपूर्ण है।

उन्होंने तंबाकू मुक्त गाँव बनाने के लिए सामुदायिक स्तर पर चलाए जाने वाले प्रयासों पर जोर देते हुए कहा कि आशा कार्यकर्ता घर-घर जाकर परिवारों को तंबाकू सेवन से होने वाले नुकसान, कैंसर, हृदय रोग, फेफड़ों की बीमारियों सहित गर्भवती महिलाओं और बच्चों पर पड़ने वाले गंभीर प्रभावों के बारे में जागरूक करें।
बैठक में पर्यवेक्षक भूषण वर्मा और लीला दत्त गर्ग ने आशा कार्यकर्ताओं को अभियान को सफल बनाने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश प्रदान किए। उन्होंने कहा कि अर्की खंड के सभी गाँवों को तंबाकू मुक्त बनाने के लिए सभी विभागों का सहयोग आवश्यक है और आशा कार्यकर्ता इस परिवर्तन की प्रमुख कड़ी हैं।

एचआईवी परामर्श एवं परीक्षण सेवाओं से परामर्शदाता विजय कुमार शांडिल ने तंबाकू और नशे का युवाओं पर पड़ने वाले मनोवैज्ञानिक तथा सामाजिक प्रभावों पर विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने कहा कि नशा युवाओं को शारीरिक, मानसिक और आर्थिक रूप से कमजोर बनाता है और परिवार व समाज पर भी इसका नकारात्मक असर पड़ता है। इसलिए आशा कार्यकर्ताओं को चाहिए कि वे युवाओं को स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित करें और तंबाकू से दूर रहने के लिए प्रोत्साहित करें।

इस दौरान विनय चंदेल और मेनका नेगी ने भी बैठक में भाग लिया और अभियान से संबंधित सुझाव साझा किए। सभी प्रतिभागियों ने संकल्प व्यक्त किया कि अर्की खंड को तंबाकू मुक्त बनाने के लक्ष्य को पूर्ण करने में वे सक्रिय भूमिका निभाएंगे।
अंत में डॉ. रस्तोगी ने आशा कार्यकर्ताओं का आभार व्यक्त किया और आगामी दिनों में समुदाय स्तर पर अधिक प्रभावी जागरूकता गतिविधियाँ संचालित करने के निर्देश देते हुए कहा कि “तंबाकू मुक्त युवा अभियान 3.0” को सफलतापूर्वक कार्यान्वित किया जाएगा।



