ब्यूरो, दैनिक हिमाचल न्यूज:- अर्की उपमंडल में खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ. ताराचंद नेगी के नेतृत्व में कम्युनिटी बेस्ड स्क्रीनिंग कैंप का आयोजन किया गया। इस दौरान परामर्श विशेषज्ञ डॉ. विजय कुमार शांडिल ने होमगार्ड ऑफिशल्स को कुष्ठ रोग, यौन रोगों, एचआईवी/एड्स और टीबी के बारे में जानकारी दी।
डॉ. शांडिल ने बताया कि अगर किसी व्यक्ति में कुष्ठ रोग के लक्षण दिखाई दें तो वह सरकारी अस्पताल में जाकर मुफ्त इलाज करा सकता है। उन्होंने यौन रोगों के लक्षण जैसे गुप्तांगों में खुजली, घाव, फोड़े, पेशाब में जलन, महिलाओं में पेट दर्द और अत्यधिक सफेद स्राव के बारे में बताया और लोगों को सरकारी सुरक्षा क्लीनिक में जाकर मुफ्त इलाज करवाने के लिए प्रेरित किया।
परामर्श विशेषज्ञ ने एचआईवी संक्रमण के मुख्य कारणों के बारे में भी बताया, जिसमें असुरक्षित यौन संबंध, संक्रमित सुई व सिरिंज का उपयोग, संक्रमित गर्भवती माता से शिशु में संक्रमण और संक्रमित रक्त चढ़ाने से शामिल हैं। उन्होंने बताया कि सरकारी अस्पतालों में मुफ्त एचआईवी जांच की सुविधा उपलब्ध है और एचआईवी संक्रमित व्यक्ति से हाथ मिलाने, मच्छर के काटने, एक ही शौचालय के प्रयोग या देखभाल करने से एचआईवी नहीं फैलता।
टीबी पर बात करते हुए डॉ. शांडिल ने कहा कि अगर किसी व्यक्ति को दो हफ्ते से ज्यादा खांसी, बुखार, छाती में दर्द, बलगम में खून आना, वजन घटना या रात में पसीना आना जैसे लक्षण हों तो उसे सिविल अस्पताल अर्की में जांच करानी चाहिए। टीबी की पुष्टि होने पर निशुल्क दवा दी जाती है।
कैंप में वरिष्ठ लैब टेक्नीशियन मनीष कुमार द्वारा एचआईवी, सिफिलिस, हेपेटाइटिस बी, हेपेटाइटिस सी और टीबी की जांच की गई। इस अवसर पर होमगार्ड ट्रेनिंग सेंटर के इंचार्ज नरेंद्र गौतम, श्यामलाल शांडिल और अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे। कुल 52 लोगों ने अपनी जांच करवाई और स्वास्थ्य संबंधी जानकारी ली।