ब्यूरो, दैनिक हिमाचल न्यूज:- डेरा बाबा नानक दिवस समारोह शनिवार को शिमला के घणाहटी में आयोजित किया गया, जिसमें 1971 के भारत-पाक युद्ध के वीर शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई। कार्यक्रम की शुरुआत राष्ट्रगान के साथ हुई।
समारोह के मुख्य अतिथि 1971 के युद्ध में भाग लेने वाले ऑनरेरी कैप्टन मनसा राम थे, जबकि विशिष्ट अतिथि के रूप में 10 डोगरा रेजिमेंट के पूर्व कमांडिंग ऑफिसर कर्नल थॉमस शामिल हुए। इस अवसर पर 1971 के युद्ध में हिस्सा लेने वाले वीर सैनिकों और यूनिट में उल्लेखनीय सेवाएं दे चुके पूर्व सैनिकों को सम्मानित किया गया।
इस कार्यक्रम में 50 से अधिक पूर्व सैनिक शामिल हुए। सभागार में ब्रिजलाल शर्मा ने 1971 के युद्ध के दौरान डेरा बाबा नानक के ऐतिहासिक बैटल का वर्णन करते हुए कहा कि 10 डोगरा रेजिमेंट ने पाकिस्तान की ओर से रावी नदी के किनारे स्थापित मजबूत मोर्चों को ध्वस्त करते हुए दुश्मन पर बड़ी जीत हासिल की। 5 जून 1971 को 10 डोगरा रेजिमेंट ने पाकिस्तानी सेना पर जोरदार हमला कर 34 दुश्मन सैनिकों को मार गिराया और 26 सैनिकों को युद्धबंदी बना लिया। साथ ही भारी मात्रा में हथियारों और गोला-बारूद पर कब्जा किया।
इस वीरता के लिए 10 डोगरा के जवानों को दो महावीर चक्र से सम्मानित किया गया। इस मौके पर वीर सैनिकों के बलिदान और अदम्य साहस को याद करते हुए श्रद्धांजलि दी गई।
कार्यक्रम के बारे में जानकारी देते हुए ऑनरेरी लेफ्टिनेंट हरदेव, कमलजीत और रूपराम चौहान ने बताया कि 10 डोगरा के पूर्व सैनिकों द्वारा इस तरह का कार्यक्रम पहली बार आयोजित किया गया है। इसे अब हर वर्ष आयोजित किया जाएगा।