स्वास्थ्य मंत्री ने आईजीएमसी एवं डीडीयू अस्पताल में स्वास्थ्य व्यवस्था का लिया जायजा
ब्यूरो, दैनिक हिमाचल न्यूज:- स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री कर्नल (डॉ) धनी राम शांडिल ने आज इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल तथा दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल शिमला में स्वास्थ्य व्यवस्था का जायजा लिया।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि आईजीएमसी शिमला में मरीजों को अब हिमकेयर एवं आयुष्मान भारत का लाभ उठाने के लिए अस्पताल के अलग-अलग जगह के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे, जिसके लिए अस्पताल प्रशासन द्वारा एक ही जगह पर सारी सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा रही है। उन्होंने कहा कि आईजीएमसी का यह एक सराहनीय प्रयास है जिससे लोगों को तुरंत इन योजनाओं का लाभ मिल रहा है।
उन्होंने इस अवसर पर आईजीएमसी शिमला में इमरजेंसी, ट्रामा, ऑपरेशन थिएटर व स्पेशल वार्ड में व्यवस्थाओं का जायजा लिया।
इसके पश्चात, स्वास्थ्य मंत्री ने दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल शिमला में भी स्वास्थ्य संबंधी व्यवस्थाओं का जायजा लिया।
उन्होंने कहा कि दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल शिमला शहर का सबसे पुराना अस्पताल है और इसके पुराने भवन के जीर्णोद्धार के लिए उचित कदम उठाए जाएंगे ताकि नागरिकों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध हो सके।
उन्होंने दोनों अस्पताल प्रशासन को अस्पतालों में सफाई व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने के निर्देश दिए ताकि लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध हो सके।
इस अवसर पर उन्होंने अस्पताल में आ रही विभिन्न समस्याओं को भी जल्द से जल्द निराकरण करने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि आज दोनों अस्पतालों में स्टाफ की कमी सामने आई है जिसको पूर्ण करने के प्रयास किए जायेंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार जल्द ही प्रदेश में 700 नर्सिंग ऑफिसर को भरने जा रहे है जिससे स्टाफ की कुछ कमी को पूर्ण किया जाएगा।
इस अवसर पर दोनों अस्पतालों में स्वास्थ्य मंत्री से विभिन्न प्रतिनिधिमंडल ने भेंट कर अपनी समस्याओं से अवगत करवाया। स्वास्थ्य मंत्री ने प्रतिनिधिमंडलों को आश्वस्त किया कि उनकी समस्याओं पर अवश्य रूप से विचार किया जाएगा।
इस अवसर पर निदेशक स्वास्थ्य सेवाएं डॉ गोपाल बैरी, अतिरिक्त निदेशक आईजीएमसी ईशा ठाकुर, प्रधानाचार्य आईजीएमसी डॉ सीता ठाकुर, चिकित्सा अधीक्षक आईजीएमसी डॉ राहुल रॉय, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ सुरेखा चोपड़ा, चिकित्सा अधीक्षक डीडीयू डॉ लोकिंदर शर्मा सहित अस्पताल प्रशासन के अधिकारीगण उपस्थित रहे।