ब्यूरो, दैनिक हिमाचल न्यूज:- हिमाचल प्रदेश में इस बार मेघ आफत बनकर बरस रहे है। पिछले तीन दिनों से लगातार हो रही बारिश से प्रदेश में जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। बारिश के कारण एचआरटीसी बसों के पहिए भी थम गए है। सूत्रों के अनुसार प्रदेश भर में 1007 रूटों पर एचआरटीसी की सेवाएं बंद हो गई है।

इसके अलावा प्रदेश के अलग अलग क्षेत्रों में एचआरटीसी की 452 बसें फंसी हुई हैं। हिमाचल से बाहर भी एचआरटीसी की कई बसें फंसी हुई हंै। एचआरटीसी प्रबंधन की ओर से जारी जानकारी के अनुसार प्रदेश में नाहन यूनिट की एक बस देहरादून पांवटा सडक़ पर फंसी हुई है। वहीं एक बस सुंदरनगर यूनिट की सहारनपुर अंबाला के बीच फंस गई है।
भुंतर में जो एक बस के बहने का मामला सामने आया है। यह बस प्राइवेट बस है। पहले यह एचआरटीसी के साथ अटैच थी, लेकिन चार साल पहले इसे टर्मिनेट कर दिया गया था। इस हादसे में कोई जानी नुकसान नहीं हुआ है। शिमला के तारादेवी डिपो में रिटनेङ्क्षग वॉल गिरने से नुकसान हुआ है।

धर्मशाला में एक चार्जिंग स्टेशन क्षतिग्रस्त हुआ है। ठियोग में एचआरटीसी का डीजल पंप भूस्खलन की चपेट में आ गया है। कुल्लू में स्थित एचआरटीसी की वर्कशॉप में पानी घुस गया है।
एचआरटीसी के प्रबंध निदेशक रोहन चंद ठाकुर ने बताया कि मंडी का धर्मपुर डिपो सुरक्षित है। सोशल मीडिया पर जो वीडियो वायरल हो रहा है, वीडिया 2015 का है। उन्होंने बताया कि रामपुर-रिकांगपिओ बस रूट बंद है। इसके कारण रिकांगपिओ में स्थानीय बसों का संचालन बंद हो गया है। रामपुर से रोहड़ू के रूट भी भूस्खलन के कारण बंद है। शिमला शहर के अंदर एचआरटीसी बसों की आवाजाही जारी है, लेकिन शहर के साथ लगते कई क्षेत्रों में बसों की आवाजाही बंद है। नाहन में मुख्य सडक़े अलावा सभी लिंक रूट बंद है। इसी तरह सोलन में भी मुख्य सडक़ के अलावा लिंक रूट बंद है। चंबा में एचआरटीसी की सभी बस सेवाएं प्रभावित है। जिला सोलन के अर्की उपमण्डल में बारिश से लगभग 77 रूट प्रभावित हुए है और पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा लगातार सभी सड़क मार्गो पर जेसीबी मशीनों से सड़क मार्गो को खुलवाने के प्रयास जारी है ताकि बसों के रूट अधिक प्रभावित न हों।




