ब्यूरो, दैनिक हिमाचल न्यूज:- राजीव गांधी राजकीय महाविद्यालय, चोड़ा मैदान (कोटशेरा), शिमला में “स्वच्छ भारत अभियान” के अंतर्गत एक विशेष ‘स्वच्छता अभियान’ का आयोजन किया गया। इस अभियान में महाविद्यालय के अभिभावक शिक्षक संघ (PTA), शिक्षक, गैर-शिक्षक कर्मचारी, छात्रों के साथ-साथ राष्ट्रीय कैडेट कोर (NCC), राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS), महिला सेल, रेंजर्स और रोवर्स के स्वयंसेवकों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया।
इस अभियान का मुख्य उद्देश्य महाविद्यालय परिसर और उसके आस-पास के इलाकों को स्वच्छ बनाना था। महाविद्यालय की प्रबंधन समिति द्वारा यह पहल स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए की गई। इस अभियान के दौरान कॉलेज परिसर के विभिन्न हिस्सों की सफाई की गई, कचरा एकत्रीकरण किया गया और पर्यावरण संरक्षण के महत्व को समझाने के लिए जन-जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए गए।
महाविद्यालय के प्राचार्य, डॉ. गोपाल चौहान के नेतृत्व में छात्रों और स्टाफ को स्वच्छता के महत्व के बारे में जागरूक किया गया। डॉ. गोपाल चौहान ने कहा, “स्वच्छता केवल एक शारीरिक गतिविधि नहीं है, बल्कि यह हमारे मानसिक और सामाजिक स्वास्थ्य से भी जुड़ी हुई है। स्वच्छ भारत अभियान हमारे समाज में एक सशक्त परिवर्तन लाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। यह हमें न केवल अपने आसपास की सफाई के प्रति जिम्मेदार बनाता है, बल्कि पर्यावरण के प्रति हमारी संवेदनशीलता को भी बढ़ाता है। इस अभियान के माध्यम से हम अपने महाविद्यालय को एक आदर्श शिक्षण संस्थान बनाने के साथ-साथ अपने नागरिक कर्तव्यों का भी निर्वहन कर रहे हैं।”
इस अभियान में महाविद्यालय के डीएसडब्ल्यू डॉ. पी.डी. कौशल, NAAC Steering Committee के कोऑर्डिनेटर डॉ. राकेश शर्मा और शिक्षक- अभिभावक संघ (PTA) के अध्यक्ष रमण वर्मा ने भी विशेष रूप से भाग लिया। इसके अतिरिक्त, (PTA) उपाध्यक्ष कमल लोईया, संयुक्त सचिव राजेंद्र धीमान, सलाहकार सुधा, (PTA) सदस्य ऐम. के. गुप्ता, रचना लोईया, मुहारी लाल, रीता कंवर, प्रेम देवी ने भी इस अभियान में सक्रिय भागीदारी निभाई।
महाविद्यालय के महिला सेल की संयोजक डॉ. अनुप्रिया शर्मा, एनसीसी अधिकारी डॉ. अजय, एनएसए समन्वयक डॉ. स्नेह और डॉ. जीतेंद्र, और रेंजर्स और रोवर्स समन्वयक प्रो. आशीष नेगी ने इस अभियान को सफल बनाने के लिए मार्गदर्शन और सहयोग प्रदान किया।
स्वच्छता अभियान के अंतर्गत महाविद्यालय के सभी हिस्सों में सफाई के साथ-साथ कचरा एकत्रित किया गया और उसे उचित स्थान पर निपटाने का कार्य भी किया गया। इस आयोजन ने महाविद्यालय में स्वच्छता के प्रति सकारात्मक मानसिकता विकसित करने में अहम भूमिका निभाई।
महाविद्यालय प्रशासन और शिक्षक- अभिभावक संघ (PTA) ने यह संकल्प लिया कि भविष्य में भी इस प्रकार के अभियान नियमित रूप से आयोजित किए जाएंगे, ताकि महाविद्यालय और शहर का वातावरण स्वच्छ, सुसज्जित और प्रदूषण मुक्त बना रहे। इस पहल के द्वारा शिमला शहर के नागरिकों में भी स्वच्छता के प्रति जागरूकता बढ़ाने का उद्देश्य है।