ब्यूरो, दैनिक हिमाचल न्यूज:- अंबुजा फाउंडेशन की ओर से किसानो को दो दिवसीय प्रशिक्षण हेतु कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर के लिए बुधवार को दाड़लाघाट से रवाना किया।
कार्यक्रम प्रबंधक एसीएफ भूपेंद्र गांधी ने बताया कि दाड़लाघाट में कृषि कार्यक्रम व जीवा प्रोजेक्ट के अंतर्गत किसानों को लाभ पहुंचाने और स्थायी कृषि को अपनाने में महत्वपूर्ण प्रगति हासिल की है। 2005-06 में एक छोटी प्रयास के रूप में शुरू हुआ यह कार्यक्रम अब 108 गांवों को संपादित कर रहा है और 4710 से अधिक किसानों को सहायता प्रदान कर रहा है। इस कार्यक्रम का मुख्य ध्यान विविध फसलों जैसे गेहूं,मक्का,धान,दालें और सब्जियों के उत्पादन पर होता है।
इसके अलावा यह प्राकृतिक खेती तकनीकों,बैकयार्ड पोल्ट्री,मधुमक्खी पालन और प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने की प्रदर्शनी और प्रशिक्षण पर भी बल देता है। इन उद्यमों की सफलता के लिए 20 किसानों को दो दिनों के लिए कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर में भेजा गया है। इस प्रशिक्षण का मुख्य ध्यान बैकयार्ड पोल्ट्री,मधुमक्खी पालन और प्राकृतिक खेती पर है। यह प्रशिक्षण किसानों को नवाचारी तकनीकों,नई विधियों और सर्वोत्तम प्रथाओं के बारे में जागरूक करने में मदद करेगा। अंबुजा सीमेंट फाउंडेशन के प्रबंधक भूपेंद्र गांधी ने बताया की अंबुजा सीमेंट फाउंडेशन का यह लक्ष्य है किसानो की आय को दुगना करे। ऐसी उद्देश्य के लिए ये कार्यक्रम किए जा रहे है। इस प्रशिक्षण में डमरास,बागा,नौणी,कोटला,कंसवाला,ठेरा,चंडी,बनाली व् बड़ोग बरयाली,चल्यावण के किसान भाग लेंगे।