दैनिक हिमाचल न्यूज ब्यूरो
अर्की उपमण्डल की ग्राम पंचायत भूमती के डाडल गांव निवासी भीम चंद ने 33 वर्षों की गौरवशाली सेवा के बाद भारतीय सेना से सेवानिवृत्ति प्राप्त की। वे पंजाब रेजीमेंट सेंटर, रामगढ़ (बिहार) में तैनात रहे और सुबेदार मेजर मानद कैप्टन के पद से सेवानिवृत्त हुए।

सेवानिवृत्ति के बाद जब भीम चंद अपने घर लौटे, तो परिवारजन और रिश्तेदारों ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। इस अवसर पर घर में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें उनके सेवाभाव और योगदान पर गर्व व्यक्त किया गया।

भीम चंद का परिवार संयुक्त परिवार है, जिसमें छह भाइयों की पूरी पीढ़ी साथ रहती है। बड़े भाई व्यवसाय से जुड़े हैं, दूसरे भाई बीएसएनएल से सेवानिवृत्त हैं, तीसरे भाई चंडीगढ़ हाईकोर्ट में सेवाएं दे रहे हैं, चौथे भाई सेना से हवलदार पद से रिटायर होकर वर्तमान में यूको बैंक में हेड कैशियर हैं, जबकि सबसे छोटे भाई खेतीबाड़ी कर रहे हैं।

परिवार की नई पीढ़ी भी देश सेवा में योगदान दे रही है। भीम चंद के भतीजे सौरव पिछले छह वर्षों से भारतीय सेना में कार्यरत हैं।


भीम चंद का जीवन अनुशासन, समर्पण और कर्तव्यनिष्ठा का प्रतीक रहा है। उनकी सेवानिवृत्ति पर परिवार और क्षेत्र में गर्व और भावुकता का माहौल रहा।



