ब्यूरो, दैनिक हिमाचल न्यूज:- सोलन में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक व्यक्ति ने अपनी जीवित पत्नी का फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाकर 85 लाख रुपये की बीमा राशि हड़पने की कोशिश की। पुलिस थाना सदर सोलन में दर्ज FIR No. 35/2025 के तहत इस मामले की जांच के दौरान मुख्य आरोपी विशाल गोयल को जीरकपुर, पंजाब से गिरफ्तार किया गया है।

कैसे हुआ फर्जीवाड़ा?
शिकायत के अनुसार, 7 जनवरी 2025 को नगर निगम सोलन के जन्म एवं मृत्यु शाखा में मोनिका गोयल पत्नी विशाल गोयल के नाम से मृत्यु प्रमाण पत्र जारी करने के लिए एक फॉर्म जमा किया गया था। इस फॉर्म पर सुरेश शर्मा, गगन और नगर निगम कर्मचारी धर्मपाल के हस्ताक्षर थे। दस्तावेजों की जांच के बाद 14 जनवरी 2025 को मोनिका गोयल का मृत्यु प्रमाण पत्र जारी कर दिया गया। 15 जनवरी को विशाल गोयल ने इसकी 5 प्रतियां भी प्राप्त कर लीं।
पत्नी के जीवित होने का खुलासा
1 फरवरी 2025 को नगर निगम को एक आवेदन मिला, जिसमें मोनिका गोयल ने खुद को जीवित बताते हुए अपने नाम से जारी मृत्यु प्रमाण पत्र को रद्द करने की अपील की। इस पर नगर निगम ने तुरंत जांच शुरू की और मामला पुलिस के पास पहुंचाया।
फर्जी सर्टिफिकेट बनवाने में तीन आरोपी शामिल
जांच में सामने आया कि विशाल गोयल की पत्नी मोनिका गोयल के नाम पर ICICI बैंक और बजाज फाइनेंस से 85 लाख रुपये की बीमा पॉलिसी थी। पैसों की जरूरत के चलते विशाल गोयल ने यह साजिश रची। उसने सुरेश शर्मा नाम के व्यक्ति से संपर्क किया, जो कमीशन के बदले फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाने का काम करता था।
विशाल गोयल ने अपनी पत्नी का पुराना आधार कार्ड और राशन कार्ड देकर जाली सर्टिफिकेट तैयार करवाया। इसमें नगर निगम के कर्मचारी धर्मपाल ने भी सहयोग किया।
तीनों आरोपी गिरफ्तार
14 मार्च 2025 को पुलिस ने मुख्य आरोपी विशाल गोयल को जीरकपुर से गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में मिली जानकारी के आधार पर सुरेश शर्मा (64) निवासी सिरमौर और धर्मपाल (48) निवासी सोलन को भी गिरफ्तार किया गया।
पुलिस रिमांड पर आरोपी
गिरफ्तारी के बाद विशाल गोयल को 4 दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा गया है, जबकि बाकी दोनों आरोपियों को 15 मार्च को कोर्ट में पेश किया जाएगा। पुलिस इस मामले में अन्य संभावित आरोपियों की भी जांच कर रही है।
नगर निगम में फर्जीवाड़े पर उठे सवाल
इस घटना से नगर निगम की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े हो गए हैं। पुलिस अब इस बात की जांच कर रही है कि सोलन में ऐसे कितने और फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र बनाए गए हैं और इसमें कौन-कौन शामिल है।
मामले की जांच जारी है।



