ब्यूरो:- 48 दिनों से ट्रांसपोर्टर्स का अडानी समूह के साथ माल ढुलाई को लेकर विवाद चल रहा है। अभी तक इस विवाद का कोई सकारात्मक हल नही निकल पा रहा है। विवाद का हल न निकलने पर ट्रक ऑपरेटरों ने चार फरवरी को प्रदेश भर में चक्का जाम करने का एलान किया है।
ऑपरेटरों ने निर्णय किया कि 10 फरवरी तक यदि उनके पक्ष में फैसला नहीं आया तो 11 फरवरी को महापंचायत की जाएगी। सोमवार को दाड़लाघाट में ट्रक ऑपरेटरों द्वारा आम सभा आयोजित की गई। इसमें सभी ने एकजुटता दिखाते हुए अडानी समूह की मनमानी को खत्म करने का फैसला लिया ।
आम सभा में मुख्य संसदीय सचिव और अर्की के विधायक संजय अवस्थी ने भी शिरकत की। उन्होंने मंगलवार को होने वाली बैठक में ट्रक ऑपरेटरों का पक्ष रखने का आश्वासन दिया।
सीपीएस करीब आधा घंटा ट्रक ऑपरेटरों के साथ रहे और उनकी समस्याएं सुनीं। उन्होंने कहा कि उद्योग तभी फलते-फूलते हैं, जब इनके साथ काम करने वाले लोगों के साथ अच्छे संबंध हों। सीमेंट प्लांट बंद होने के बाद ट्रक ऑपरेटर 48 दिन से आंदोलन कर रहे हैं।
सरकार ट्रक ऑपरेटरों के हित को लेकर कार्य कर रही है। जल्द बेहतर फैसला आने वाला है। उन्होंने कहा कि सरकार को ट्रक ऑपरेटरों की चिंता है। उन्होंने ट्रक ऑपरेटरों से मंगलवार को शिमला आने के लिए कहा, जिससे बरमाणा के ऑपरेटरों के साथ दाड़लाघाट के ट्रक ऑपरेटरों की भी मुख्यमंत्री के साथ बैठक करवाई जा सके। बाघल लैंड लूजर के पूर्व प्रधान रामकृष्ण शर्मा ने भी सीपीएस को ऑपरेटरों की समस्याओं से अवगत करवाया। ऑपरेटर बाघल लैंड लूजर कार्यालय में एकत्रित हुए। यहां आगामी रणनीति पर चर्चा हुई और निर्णय किए गए। (विशेष साभार:सूत्र)